तरबूज के रस के फायदे Things To Know Before You Buy



निम्न रक्त शर्करा के स्तर वाले लोगों को इससे बचना चाहिए

नींबू पानी में आप नमक या चीनी डालकर पी सकते हैं. नींबू पानी एक शानदार डिटॉक्स ड्रिंक है, जो शरीर से टॉक्सिक एलीमेंट्स को बाहर निकालकर सेहत को अच्छा बनाने में मदद करता है.

तरबूज़ की फाँकों पर काली मिर्च पाउडर, सेंधा व काला नमक बुरककर खाने से खट्टी डकारों का बंद होना।

तरबूज का सेवन हमारे स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों के लिए लाभदायक है। साथ ही इसके बीज भी बहुत गुणकारी होते हैं। तरबूज तो आप खाते ही है पर इसके बीजो का आप क्या करते हैं, जाहिर सी बात है हममें से अधिकतर इसके बीज को फेंक देते हैं, लेकिन इसके लाभो को जानने के बाद शायद आप ऐसा नहीं करेंगे। आइए जानते हैं तरबूज के बीजों के कुछ खास उपयोग :-

यदि आप वजन नियंत्रण के उपाय ढूंढ रहे हैं तो पेठा आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए आप पेठा के जूस का सेवन कर सकते हैं। इसकी फाइबर सामग्री और कम कैलोरी आपके वजन को कम करने में मदद कर सकती है। इसका सेवन करने से यह आपकी भूख को संतुष्‍ट रखता है, जिसके कारण आप के बार-बार खाने की इच्‍छा में कमी आती है, यह भी आपके वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। पेठा में मौजूद आवश्‍यक पोषक तत्‍व और खनिज पदार्थ मांसपेशियों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करते है। जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।

एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक होने के नाते, यह आपके गुर्दे के लिए एक वरदान है

गर्मी में नित्य तरबूज़ के ठंडा शरबत से शरीर का शीतल होना। चेहरा चमकदार होना। लाल गूदेदार छिलकों को हाथ-पैर, गर्दन व चेहरे पर रगड़ने से सौंदर्य निखरना।

तरबूज फल के रस में समान मात्रा में छाछ तथा स्वाद के अनुसार नकम मिलाकर सेवन करने से सुजाक रोग में लाभ होता है।

गर्मी के मौसम में तरबूज खाना बहुत फायदेमंद होता है। इस फल में पोषण और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। तरबूज में काफी मात्रा में पानी होता है। यह बॉडी को हाइड्रेट रखता है। अगर आप तरबूज को चबाकर खाते हैं तो इसके लाभ दुगुने हो जाते हैं।

नोट: जो लोग पहले से ही किसी गुर्दे की बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इसका सेवन डॉक्टर से पूछ कर ही करना चाहिए। 

यह मध्यम समय (७५-८० दिन) में तैयार होने वाली किस्म है इसके फल पर हल्के-हल्के हरे से गहरे रंग की धारियाँ पाई जाती है इसका गूदा गहरा गुलाबी और ठोस होता है यह गुणवत्ता में श्रेष्ठ और स्वाद मीठा होता है यह किस्म उच्च तापमान सहिष्णु है यह किस्म एन०आर०सी०एच० get more info द्वारा गर्म शुष्क क्षेत्रों में खेती के लिए जारी की गई है प्रति हे० ४६-५० टन तक उपज दे देती है।

इस किस्म का विकास उदयपुर वि०वि० के सब्जी अनुसंधान केन्द्र दुर्गापुर

यह मध्यम समय (७५-८० दिन) में तैयार होने वाली किस्म है इसके फल पर हल्के-हल्के हरे से गहरे रंग की धारियाँ पाई जाती है इसका गूदा गहरा गुलाबी और ठोस होता है यह गुणवत्ता में श्रेष्ठ और स्वाद मीठा होता है यह किस्म उच्च तापमान सहिष्णु है यह किस्म एन०आर०सी०एच० द्वारा गर्म शुष्क क्षेत्रों में खेती के लिए जारी की गई है प्रति हे० ४६-५० टन तक उपज दे देती है।

समर सीजन में स्किन को तरोताजा बनाए रखने के लिए आप चेहरे पर तरबूज का रस लगा सकते हैं। तरबूज का रस सूर्य की हानिकारक किरणों से भी त्वचा का बचाव करता है।

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